आवश्यक सामग्री
आंवले धो लें।
किसी बर्तन में इतना पानी डालकर उबालने रखिये कि सारे आंवले उसमें अच्छी तरह डूब सकें।
उबलते पानी में आंवले डालें और फिर से उबाल आने के बाद दो मिनट तक आंवले उबलने दें, गैस बन्द कीजिये और इन आवलों को 5 मिनट के लिये ढककर रख दीजिए। आंवलों को ठंडे पानी में मत डालें, पानी को पहले उबलने दें, तब आवंले डाले।
उबले हुये आंवले छलनी में डालकर पानी निकाल दें। ठंडा होने पर इनको हाथ से या चाकू की सहायता से काट कर फांकें अलग अलग कर लें और गुठली फैंक दें।
ये आंवले कांच के किसी बड़े बर्तन में भरिये और 650 ग्राम चीनी ऊपर से भरकर रख दें, बची हुई 100 ग्राम चीनी (आधा कप) को पीस कर रख लें।
दूसरे दिन आप देखेगे सारी चीनी घुल कर शर्बत बन चुकी है, आंवले के टुकड़े उसमें तैर रहे हैं। आप इस शर्बत को कड़छी से चला कर ढककर रख दें।
2-3 दिन बाद ये आंवले के टुकड़े शरबत में तैरने के बजाय बर्तन के तले में नीचे बैठ जायेंगे। आंवले के अन्दर पर्याप्त मात्रा में चीनी भर चुकी है और वह भारी होकर नीचे तले में चले गये हैं।
अब इस शरबत को छलनी से छान कर अलग कर दीजिये और चलनी में आंवले के टुकड़े रह जायेंगे, अब इन टुकड़ों को थाली में फ़ैला कर धूप में सुखा लें।
इन सूखे हुये आंवले के टुकड़ों में पिसी चीनी मिलाएँ। आंवला मुरब्बा तैयार है़, इसे आप काँच के बर्तन में भर कर रख लें और रोजाना खाएँ, यह स्वाद में तो अच्छा है ही आपकी सेहत के लिये बहुत लाभकारी है।
- आंवला – 1 किलोग्राम
- चीनी – 750 ग्राम
आंवले धो लें।
किसी बर्तन में इतना पानी डालकर उबालने रखिये कि सारे आंवले उसमें अच्छी तरह डूब सकें।
उबलते पानी में आंवले डालें और फिर से उबाल आने के बाद दो मिनट तक आंवले उबलने दें, गैस बन्द कीजिये और इन आवलों को 5 मिनट के लिये ढककर रख दीजिए। आंवलों को ठंडे पानी में मत डालें, पानी को पहले उबलने दें, तब आवंले डाले।
उबले हुये आंवले छलनी में डालकर पानी निकाल दें। ठंडा होने पर इनको हाथ से या चाकू की सहायता से काट कर फांकें अलग अलग कर लें और गुठली फैंक दें।
ये आंवले कांच के किसी बड़े बर्तन में भरिये और 650 ग्राम चीनी ऊपर से भरकर रख दें, बची हुई 100 ग्राम चीनी (आधा कप) को पीस कर रख लें।
दूसरे दिन आप देखेगे सारी चीनी घुल कर शर्बत बन चुकी है, आंवले के टुकड़े उसमें तैर रहे हैं। आप इस शर्बत को कड़छी से चला कर ढककर रख दें।
2-3 दिन बाद ये आंवले के टुकड़े शरबत में तैरने के बजाय बर्तन के तले में नीचे बैठ जायेंगे। आंवले के अन्दर पर्याप्त मात्रा में चीनी भर चुकी है और वह भारी होकर नीचे तले में चले गये हैं।
अब इस शरबत को छलनी से छान कर अलग कर दीजिये और चलनी में आंवले के टुकड़े रह जायेंगे, अब इन टुकड़ों को थाली में फ़ैला कर धूप में सुखा लें।
इन सूखे हुये आंवले के टुकड़ों में पिसी चीनी मिलाएँ। आंवला मुरब्बा तैयार है़, इसे आप काँच के बर्तन में भर कर रख लें और रोजाना खाएँ, यह स्वाद में तो अच्छा है ही आपकी सेहत के लिये बहुत लाभकारी है।