छेना बनाने के लिये दूध को किसी भारी तले वाले बर्तन में निकाल कर गरम कीजिये.
दूध में उबाल आने के बाद, दूध को गैस से उतार लीजिये, दूध में थोड़ा थोड़ा नीबू का रस या वेनेगर डालते हुये चमचे से चलाइये, दूध जब पूरा फट जाय, दूध में छेना और पानी अलग दिखाई देने लगे तो नीबू का रस या वेनेगर डालना बन्द कर दीजिये.
छेना को कपड़े में छानिये और ऊपर से ठंडा पानी के नीचे धो दीजिये ताकि नीबू का स्वाद छेना में न रहे.
कपड़े को चारों ओर से उठाकर हलके हाथ से दबा कर अतिरिक्त पानी निकाल दीजिये. रसगुल्ला बनाने के लिये छेना तैयार है.
छेना को किसी प्लेट में निकाल लीजिये और 4-5 मिनिट छेना को मसल मसल कर चिकना कर लीजिये,
अब छेना में अरारोट मिला कर फिर से छैना को 4-5 मिनिट अच्छी तरह मल मल कर चिकना करना है,
छेना को इतना मलिए कि वह चिकना गुथे हुये आटे की तरह दिखाई देने लगे, रसगुल्ला बनाने के लिये छेना तैयार है.
छेना को बराबर के करीब 20 भागो में बाट लीजिये उनके छोटे छोटे गोले बना कर प्लेट में रख लीजिये.
सारे रसगुल्ले के लिये गोले इसी तरह बना लीजिये और किसी गीले कपड़े से ढक कर रख दीजिये.
चाशनी बनाने के लिए :
चीनी और 2 कप पानी किसी बड़े बर्तन में डाल कर गरम कीजिये,
चाशनी में उबाल आने के बाद, छैने से बने गोले चाशनी में डाल दीजिये. बर्तन को ढक दीजिये,
छेना के गोलों को 20 मिनिट तक तेज आग पर उबलने दीजिये, 8-10 मिनिट बाद चाशनी गाढ़ी होने लगती है,
चाशनी में चम्मच से ठंडा पानी डालिये या छिड़किये ध्यान रहे कि चाशनी में हमेशा उबाल आता रहे,
रसगुल्ला पकते समय 1 - 2 कप तक ठंडा पानी रसगुल्लों के ऊपर डाल सकते हैं.
रसगुल्ले फूल कर लगभग दुगने हो जाते हैं,
रसगुल्ला चेक करने के लिए एक रसगुल्ला उठा के दबा कर देखे अगर दबने से मुलायम और स्पोज़ी लग रहा है तो वह पक गया है
रसगुल्ला पकने के बाद गैस बन्द कर दीजिये.
रसगुल्ले चीनी के पानी में ही ठंडे होने दीजिये.
छेना के रसगुल्ले तैयार हैं, 10-12 घंटे बाद रसगुल्ले अच्छे मीठे और बहुत ही स्वादिष्ट हो जायेंगे,
रसगुल्लों को ठंडा होने के बाद, फ्रिज में रख दीजिये, रसगुल्ले चाशनी में डूबे रखे रहने दें,
चाशनी में डूबे रसगुल्ले फ्रिज में रखकर 15-20 दिन तक खाये जा सकते हैं.