रविवार के दिन सूर्य देवता की इस तरह करें आराधना, आपको मिलेगा अच्छी सेहत और धन का वरदान


हर इंसान के मन में कई सारी इच्छाएं होती है जिन्हे वो पूरी करने की हर संभव कोशिश करता है मगर यह जरूरी नहीं है की वो हर बार सफल ही हो जाए। बताना चाहेंगे की हम या आप किसी के भी सिर्फ चाह लेने भर से हमारे मन का नहीं हो जाता है, बल्कि उसे पान एके लिए उसे पूरा करने के लिए हमे बहुत सारी मेहनत भी करनी पड़ती है। लेकिन आपको यह भी बता देते है की कई बार ऐसा भी होता है की आप मेहनत भी करते है मगर बावजूद इसके भी आपको आपके मन का नहीं मिल पाता। ऐसी स्थिति में फिर काम आता है शास्त्रों द्वारा सुझाया गया यह उपाय जिसके बारे में आज हम आपको एकदम विस्तार से बताने वाले है। आपको बताना चाहेंगे की आपके मन की छोटी हो या फिर बड़ी सारी इच्छाएं रविवार के दिन सूर्य देवता का व्रत कर लेने मात्र से पूरी हो


आपको बता दें की शास्‍त्रों के अनुसार बताया गया है की सूर्य देव का व्रत सबसे श्रेष्ठ माना जाता है और इसके पीछे यह कारण बताया गया है की जब भी आप सूर्य देवता का व्रत करते है तो सूर्य देव आसानी से प्रसन्‍न हो जाते हैं और उनका व्रत भी खासा कठिन नहीं होता। कहा जाता है की रविवार को प्रकाश के देव, रवि का व्रत रखने से आपको सुख और शांति की प्राप्‍ति होती है साथ ही साथ आपकी मन की तमाम इच्छाएं भी बहुत ही जल्दी पूरी हो जाती है। इसके साथ ही आपके जीवन मे खुशियों की शुरुवात तो हो ही जाती है।

यह भी पढ़े - 400 साल बाद खुश हुए राहु-केतु ये 3 राशि वाले लोग रहेंगे भाग्यशाली , जानिए

सर्वप्रथम आपको बताना चाहेंगे की सूर्य देवता को अर्ध्‍य देने का काफी विशेष महत्‍व होता है, बता दें की हमारे पौराणिक धार्मिक ग्रंथों के अनुसार बताया गया है की आप प्रतिदिन विशिश रूप से रविवार के दिन प्रात:काल तांबे के लोटे में जल लेकर उसमें कुछ लाल फूल और थोड़े चावल के दाने डाल लीजिये और फिर इसके बाद शांत मन से आपको सूर्य मंत्र का जाप करते हुए भगवान सूर्य को अर्घ्य देना है। कहा जाता है की यदि आप ऐसा करते है तो इससे सूर्य देव प्रसन्न होते है और आपको आयु, आरोग्य, धन, धान्य, पुत्र, मित्र, तेज, यश, विद्या, वैभव और सौभाग्य आदि का विशेष वरदान भी देते हैं जिन सभी चीजों की आपको सादा से आवश्यकता होती है।

इसके अलावा आपको बता दें की आपको प्रतिदिन सुबह में सूरज के उगने से पहले स्नान कर लेना चाहिए और फिर सूर्यदेव को तीन बार अर्घ्य देकर प्रणाम करना चाहिए। इसके अलावा संध्याकाल में आपको एक बार फिर से सूर्य देवता को अर्घ्य देकर प्रणाम कर लेना चाहिए और साथ में पूरी श्रद्धा भाव के साथ सूर्य मंत्र का जाप करें। ऐसा माना जाता है की रविवार सूर्य देव का दिन माना जाता है और कहा जाता है की यदि आप इस दिन सूर्य देवता को अर्ध्‍य देकर सच्चे हृदय से भगवान की अर्चना करते है तो ये तय है की रवि जरूर प्रसन्न होते है और बदले में आपको धन का वरदान देते हैं 

एक टिप्पणी भेजें