आवश्यक सामग्री:
पेठे के फल को छील कर उसके बीज और उसके आसपास का मुलायम भाग निकाल दें। फल को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें और उन्हें कांटे (फोर्क) से अच्छी तरह से गोद दें। अब एक बर्तन में इतना पानी लें, जिसमें पेठे के टुकड़े डूब सकें। पानी में फिटकरी डाल कर घोल दें। उसके बाद पेठे के कटे हुए टुकड़े उस घोल में डाल दें और दो घंटे के लिए ढ़क कर रख दें।
दो घंटे बाद पानी से पेठे के टुकड़े निकाल लें और उसे साफ पानी से अच्छी तरह धुल लें। उसके बाद एक बर्तन में पेठे डूबने जितना पानी लेकर गरम करें। जब ये पानी खौलने लगे, इसमें पेठे के टुकड़े डाल दें। 5-6 मिनट में पेठे के टुकड़ों का रंग बदलने लगेगा। अब गैस को बंद कर दें और पेठे के टुकड़ों को पानी से निकाल लें।
एक बड़े बर्तन में पेठे और शक्कर को एक साथ रख कर धीमी आंच पर पकाएं। थोड़ी देर में पेठे के टुकड़ों से पानी निकलले लगेगा, जिससे शक्कर घुल जाएगी। शक्कर के पिघलने पर उसमें खाने वाला रंग डाल दें और मीडियम आंच पर पेठे को पकाते रहें।
थोड़ी देर में चाशनी और पेठे का गूदा काफी गाढ़े हो जाएंगे। अब गैस को बंद कर दें और पेठे को 5-6 घंटे के लिए ढ़क कर रख दें। इससे पेठे में बची चाशनी सूख जाएगी और बढिया रसीला पेठा तैयार हो जाएगा।
छ: घंटे के बाद पेठे को एक बर्तन से निकाल लें और उसपर केवड़ा जल छिड़क कर उसे मनचाहे साइज़ में काट लें। अगर पेठा ज्यादा रसीला हो, तो इसे किसी जाली पर रख कर पंखे के नीचे चार-पांच घंटे रख दें। इससे सूखा पेठा तैयार हो जाएगा और उसे फ्रिज में रखकर लम्बे समय तक इस्तेमाल किया जा सकेगा।
- पेठे का फल- 01 किलोग्राम,
- शक्कर -750 ग्राम,
- केवड़ा एसेन्स -1/2 छोटा चम्मच,
- फिटकरी-1/4 छोटा चम्मच,
- केसर या खाने वाला रंग - 3-4 बूंदें।
पेठे के फल को छील कर उसके बीज और उसके आसपास का मुलायम भाग निकाल दें। फल को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें और उन्हें कांटे (फोर्क) से अच्छी तरह से गोद दें। अब एक बर्तन में इतना पानी लें, जिसमें पेठे के टुकड़े डूब सकें। पानी में फिटकरी डाल कर घोल दें। उसके बाद पेठे के कटे हुए टुकड़े उस घोल में डाल दें और दो घंटे के लिए ढ़क कर रख दें।
दो घंटे बाद पानी से पेठे के टुकड़े निकाल लें और उसे साफ पानी से अच्छी तरह धुल लें। उसके बाद एक बर्तन में पेठे डूबने जितना पानी लेकर गरम करें। जब ये पानी खौलने लगे, इसमें पेठे के टुकड़े डाल दें। 5-6 मिनट में पेठे के टुकड़ों का रंग बदलने लगेगा। अब गैस को बंद कर दें और पेठे के टुकड़ों को पानी से निकाल लें।
एक बड़े बर्तन में पेठे और शक्कर को एक साथ रख कर धीमी आंच पर पकाएं। थोड़ी देर में पेठे के टुकड़ों से पानी निकलले लगेगा, जिससे शक्कर घुल जाएगी। शक्कर के पिघलने पर उसमें खाने वाला रंग डाल दें और मीडियम आंच पर पेठे को पकाते रहें।
थोड़ी देर में चाशनी और पेठे का गूदा काफी गाढ़े हो जाएंगे। अब गैस को बंद कर दें और पेठे को 5-6 घंटे के लिए ढ़क कर रख दें। इससे पेठे में बची चाशनी सूख जाएगी और बढिया रसीला पेठा तैयार हो जाएगा।
छ: घंटे के बाद पेठे को एक बर्तन से निकाल लें और उसपर केवड़ा जल छिड़क कर उसे मनचाहे साइज़ में काट लें। अगर पेठा ज्यादा रसीला हो, तो इसे किसी जाली पर रख कर पंखे के नीचे चार-पांच घंटे रख दें। इससे सूखा पेठा तैयार हो जाएगा और उसे फ्रिज में रखकर लम्बे समय तक इस्तेमाल किया जा सकेगा।