खाने में तेल की मात्रा कितनी होनी चाहिए ?


खाने को टेस्टी या फिर कुछ तलने ले लिए हम लोग तेल का प्रयोग करते है | लेकिन क्या आप लोग जानते है कि तेल का ज्यादा मात्रा में प्रयोग करना भी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है | तेल को कितनी मात्रा में प्रयोग करना चाहिए यह जानना भी बहुत जरुरी है |

हमारे शरीर को कुछ फैटी एसिड्स की भी जरुरत पड़ती है जिसकी पूर्ति तैलीय चीजों के खाने से ही हो पाती है | ये सिर्फ खाने के तेल से ही नहीं प्राप्त होती बल्कि इसके लिए दूध, दही, मक्खन, जैसे डेयरी प्रोडक्ट्स, मीट और ड्राई फ्रूट्स भी खाना पड़ता है | तो चलिए जानते है इसके बारे में –

तेल के प्रकार –

खाने वाले तेल को दो श्रेणी में बाटा गया है – सैचुरेटेड और अनसैचुरेटेड |

सैचुरेटेड फैट्स में घी, मक्खन, क्रीम व नारियल के तेल आते है | ये तेल भारी होते है इसलिए यह आसानी से पच नही पाते है |

अनसैचुरेटेड फैट्स में रिफाइंड आयल और वनस्पति घी आता है जिसमे रिफाइंड आयल को ऐसे प्रक्रिया से छाना जाता है कि यह देखने और सूघने में पता ही नही चलता कि कौन सा तेल है | इसमें भी मोनो – अनसैचुरेटेड (मूफा) और पाली – अनसैचुरेटेड (पूफा) होता है | ओलिव आयल, सरसों, मूंगफली आदि तेल को मूफा की श्रेणी  माना गया है और सफोला, सन फ्लावर, कनोला आदि पूफा में शामिल है |

सबसे हानिकारक कौन-

सबसे हानिकारक ट्रांस फैट्स मतलब वनस्पति घी होता है | खाने वाले तेल में हाइड्रोजेन मिलाकर वनस्पति घी को बनाते है | जिससे की यह काफी समय तक चल सके | लेकिन इस प्रक्रिया में बहुत मात्रा में ट्रांस फैट आ जाते है | जो की हमारे शरीर के लिए नुकसानदायक है | इससे बैड कोलेस्ट्राल बढ़ जाता है और गुड कोलेस्ट्राल घटने लगता है |

तेल उपयोग करने के तरीके -

एक ही तरह का तेल हमेशा प्रयोग नहीं करना चाहिए | जैसे कि एक सब्जी को सरसों के तेल में बना लिया तो दूसरी को ओलिव आयल में बना ले | क्युकी हर तेल में कुछ न कुछ अलग तरह के फैटी एसिड्स होते है |
तेल थोड़ी ही मात्रा में प्रयोग करे | रोज ३ चम्मच तेल मतलब महीने में आधा लीटर तेल ही उपयोग करे |
तेल को प्लास्टिक के बोतल में रखने के बजाय कांच के बोतल में रखे | क्युकी कभी कभी ज्यादा तापमान के कारण प्लास्टिक से तेल में रिएक्शन होने की ज्यादा संभावना होती है |
एक बार तेल में तलने के बाद दोबारा उस तेल का दोबारा प्रयोग न करे | अगर प्रयोग करना ही है तो उसे छान कर रखे और उससे सब्जी में छौंक लगा ले |

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