आन्ध्रा स्टाइल आंवला अचार स्वाद में एकदम अलग बहुत ही स्वादिष्ट होता है, और अचार के स्वाद में आंवले का कसैलापन बिलकुल पता नहीं चलता.
आवश्यक सामग्री -
- आंवले - 500 ग्राम ( 12 -14 आंवले)
- तिल का तेल - 1 कप
- पीली सरसों - 4 टेबल स्पून
- तिल - 4 टेबल स्पून
- नमक - 4 टेबल स्पून
- लाल देगी मिर्च - 4 टेबल स्पून
- हल्दी पाउडर - 1 टेबल स्पून
- मैथी - 2 टेबल स्पून
- हींग - 1/4 स्पून
विधि -
आंवले को अच्छी तरह धोकर , पानी सूखने तक सुखा लीजिये, अच्छी तरह से सूखे आंवले को गुठलियां हटाकर 6 - 7 टुकड़े करते हुये छोटे छोटे काट लीजिये, सारे आंवले काट कर तैयार कर लीजिये.
मसाला तैयार कर लीजिये: कढाई में तिल डालकर हल्के से फूलने तक और हल्का सा कलर बदलने तक रोस्ट कर के प्लेट में निकाल लीजिये, अब मेथी के दाने कढ़ाई में डालिये, हल्का सा रोस्ट यानी की सिर्फ 1 मिनिट धीमी आग पर रोस्ट कर लीजिये, ताकि मसालों की नमी खतम हो जाय., इसी में सरसों के दाने डालिये और 1/2 मिनिट रोस्ट करके मसाले प्लेट में निकाल लीजिये.
तिल को दरदरे पीस लीजिये, मैथी और सरसों के दाने भी हल्के दरदरे पीस लीजिये. तेल को कढ़ाई में डालकर गरम कर लीजिये, गरम तेल में कटे हुये आंवले डालिये और उन्हैं चलाते हुये ह्ल्के नरम होने तक पका लीजिये, अब सबसे पहले आंवले में हींग डालकर मिला दीजिये, अब हल्दी पाउडर और नमक डालकर मिला दीजिये, भुने मसाले और लालमिर्च पाउडर डालिये और सारे मसाले अच्छी तरह मिलने तक मिला दीजिये.
आंवले का अचार तैयार है, अभी अचार खाया जा सकता है, लेकिन अचार का असली स्वाद 3 दिन के बाद मिलेगा, जब तक सारे मसाले आंवले में जज्ब हो जायेंगे. अचार को पूरी तरह से ठंडा होने के बाद कन्टेनर में भरकर रख लीजिये, आंवले के अचार को साल भर तक रख कर खाया जा सकता है.
सुझाव:
पीली सरसों की जगह काली सरसों भी ली जा सकती है.
अचार को जिस कन्टेनर में भर कर रख रहे हैं, उसे उबलते पानी से धोकर, धूप में सुखा लीजिये. अचार में किसी भी प्रकार की कैसी भी नमी या गन्दगी नहीं जानी चाहिये. अचार को जब भी निकाले, सूखे और साफ चम्मच से निकालिये.
अचार लम्बे समय तक चलाने के लिये अचार में इतना तेल डाल दीजिये कि अचार तेल में डूबा रहे.