बिकानेर अपने नमकीन के लिए जाना जाता है। तली हुई भुजीया को अकसर बेसन से बनाया जाता है, लेकिन मूंग, मोठ और यहाँ तक की मसले हुए आलू स भी भिन्न प्रकार के भुजीया बनाए जा सकते हैं। संपूर्ण भारत में बहुत सी दुकानों में बिकानेरी भुजीया बेचा जाता है, जो बंगाल के रसगुल्ले जितने मशहुर हैं।
बिकानेरी भुजीया एक तीखा होता है, जिसमें अकसर तीखापन प्रदान करने के लिए कालीमिर्च का प्रयोग किया जाता है। बहुत सी मात्रा में भुजीया को बनाया जा सकता है और बहुत दिनों तक हवा बंद डब्बे में रखा जा सकता है।
इस बेहद स्वादिष्ट राजस्थानी व्यंजन को आप चाय के साथ परोसें। चाट / भेल आदि के साथ परोसने के लिए भी यह एक पर्याप्त व्यंजन है।
• सामग्री :-
- १/२ कप मटकी का आटा
- १/२ कप बेसन
- १ १/२ टी-स्पून ताज़ी पीसी हुई कालीमिर्च
- १/४ टी-स्पून इलायची पाउडर
- १/४ टी-स्पून हींग
- १ टी-स्पून तेल
- नमक स्वादअनुसार
- तेल , तलने के लिए
सभी सामग्री को एक गहरे बाउल में डालकर अच्छी तरह मिला ले और ज़रुरत मात्रा में पानी का प्रयोग कर नरम आटा गूंथ लें।
आटे को लंबे गोल आकार में बनाकर, सेव प्रेस में डालकर भर दें और रख दें।
एक गहरी नॉन-स्टिक कढ़ाई में तेल गरम करें, और गरम तेल में सेव प्रेस दबाते हुए सेव निकालकर डालें।
भुजीया को मध्यम आँच पर उनके सभी तरफ से सुनहरा होने तक तल लें। तेल सोखने वाले कागज़ पर निकाल लें और हल्का ठंडा करने के लिए रख दें।
ठंडा करने के बाद अपनी ऊँगलीयों से हल्का क्रश कर लें।
विधी क्रमांक 2 से 5 को दोहराकर और भुजीया बना लें।
पुरी तरह ठंडा कर, हवा बंद डब्बे में डालकर संग्रह करें।