सुब‍ह-सुबह नहाते वक्‍त जरूर कर लें ये छोटा सा उपाय, इसके बाद कभी नहीं होगी पैसों की कमी


अच्छे स्वास्थ्य और सुंदर शरीर के लिए जरूरी है रोज नहाना। जो लोग प्रतिदिन नहाते हैं, उन्हें स्वास्थ्य और धर्म की दृष्टि से कई लाभ प्राप्त होते हैं। यदि ठीक सूर्योदय के समय हम स्नान करते हैं तो यह धर्म की नजरिए से बहुत शुभ होता है। इसी वजह से पुराने समय में विद्वान और ऋषि-मुनि सूर्योदय से पूर्व या ठीक सूर्योदय के समय स्नान करते थे। साथ ही, स्नान के बाद सूर्य को जल अर्पित करते थे। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि शास्त्रों के अनुसार इस उपाय को कर लेने से हमेशा माँ लक्ष्मी आप पर मेहरबान रहेंगी इसके लिए आपको आइए जानते हैं आपको क्‍या करना होगा।


तो आपको बता दें कि नहाते समय आपको एक मंत्र बोलना है तो आप सोच रहे होंगे कि भला वो कौन सा मन्त्र है जिसके जप से आप भी माँ लक्ष्मी को खुश कर सकते हैं। हिंदु धर्म में शास्त्रों के अनुसार अलग अलग काम के लिए अलग-अलग मन्त्र निर्धारित किये गए हैं। ऐसे में नहाते समय भी हमे कुछ मंत्रो का उच्चारण करना चाहिए। वहीं बताया गया है कि नहाते समय एक इन्सान किसी स्रोत का पाठ भी कर सकता है वो चाहे तो कीर्तन या भजन या भगवान का नाम भी जप सकता है। अब आप सोचेंगें कि इसका फल क्या है?

यह भी पढ़े - आइये हम बताते हैं आपको किस तरह रोटी भी बदल सकती है आपकी किस्मत

तो हम आपको बता दें कि इस छोटे से नुस्खे से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। शास्त्रों में समय अनुसार स्नान के अलग-अलग प्रकार बताए गए हैं। साथ ही, नहाने की एक विशेष विधि भी बताई गई है। यदि आप इस विधि से सही समय पर नहाएंगे तो कई शुभ फल प्राप्त होते हैं। सही तरीके से करने से सकरात्मक फल मिलते हैं। ध्‍यान रहे कि विधी के अनुसार ही चीजें होनी चाहिए।

सबसे पहले तो रोज़ नहाने से पहले पानी की बाल्टी भर लें और फिर उसमें अपनी तर्जनी उंगली की मदद से पानी पर ‘त्रिभुज’ का चिन्ह बनाएं। इसके बाद त्रिभुज बनाने के बाद एक अक्षर का बीज मंत्र ‘ह्रीं’ उसी चिह्न के बीच वाले स्थान पर लिखें। इसका फल ये मिलेगा कि इस छोटे उपाय से इष्ट देवी-देवता आपकी सारी परेशानियों दूर कर सकते हैं। और अब जानते हैं कि आखिर वो कौन सा मंत्र है जिसका नहाते समय जाप करना चाहिए। “गंगे च यमुने चैव गोदावरि सरस्वति। नर्मदे सिन्धु कावेरि जलऽस्मिन्सन्निधिं कुरु।।”

एक टिप्पणी भेजें