स्त्री के बारे में जान ले ये तीन बाते कभी नहीं खायेगे धोखा


आचार्य चाणक्य के बारे में हर कोई जनता है. उनकी सोचने और समझने की क्षमता पर हर कोई अटूट विश्वास करता है. चाणक्य वही इन्सान है जिन्हों एक बच्चें को अपना हथियर बना कर उसे महाराजा और पराक्रमी चन्द्रगुप्त बना दिया. चाणक्य के बारे में कहा जाता है कि उन्हें दुनिया के बारे में बहुत अच्छी समझ थी. उन्होंने बहुत सारी समाज के बारे में बातें बताया था जिसे चाणक्य निति कहा जाता है.


अब बात करते है आज के समय के बारे में अक्सर हम सबने सुना है कि औरतों को कोई नहीं समझ सकता है. अक्सर हम लोग देखते है कि हमरे आस-पास बहुत से ऐसे लोग है जो लड़कियों सेड होखा खा चुके होते है. अगर दुसरे शब्दों में कहे तो ये एक विश्व्यापी समस्या बन चूकी है. चाणक्य ने इस समस्या से निजत पाने के लिए तीन बातें बताई थी जिन्हें जान कर कोई भी कभी थोखा नही खायेंगे.

आचार्य चाणक्य के चाणक्य नीति नामक ग्रंथ में स्त्री और पुरुष के लिए कई उपयोगी नीतियां बताई गई हैं. ये नीतियां आज भी कई बातों का सटीक जवाब है.  जाने वो अहम बातें…

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1. पहला नियम – चाणक्य के अनुसार विवाह के लिए स्त्री के संस्कार, उसका स्वभाव, उसके लक्षण, उसके गुण-अवगुणों के बारे में जानना चाहिए. उनके अनुसार जब पुरूष किसी महिला को समझने लगता है उसके बाद वो खुद को भूलने लगता है. ऐसा सब के साथ हो ये जरुरी नहीं लेकिन अधिकतर के साथ होयता है.

2. दूसरा नियम- आचार्य चाणक्य के अनुसार स्त्री के संस्कार पर खास महत्व दिया है. यदि किसी ने ऐसी स्त्री को चुन लिया जाए, जो संस्कारी नहीं है और परिवार की अहमियत नहीं समझती तो ना केवल शादी बल्कि सभी रिश्ते-नाते टूट जाते हैं.

3. तीसरा नियम- चाणक्‍य के अनुसार  स्‍त्री जो किसी अन्य व्यक्ति से विवाह करना चाहती हो उससे अपनी तरह मत खीचें क्योंकि ऐसी स्त्री को आप जोर जबरदस्ती करके अगर विवाह कर भी लेते हैं तो उसका मन अपने प्रेमी के पास ही रहेगा.  ऐसी स्त्री से विवाह करने से पहले उसकी मर्जी जरूर जान लें.

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