आइये हम बताते हैं आपको किस तरह रोटी भी बदल सकती है आपकी किस्मत...


बहुत से लोग ऐसे होते है जिनको मेहनत करने के बाद भी सफलता नहीं मिलती है ऐसे में वो लोग किस्मत को दोष देते है। पर अगर किस्मत साथ नहीं दे रही है तो परेशान होने की जरुरत नहीं बल्कि कर्म करने की जरूरत है। अगर आपकी जिंदगी में हैं कई परेशानियां और आपको हर रोज करना पड़ रहा है मुसीबतों का सामना तो एक छोटा सा उपाय बदल सकता है आपकी किस्मत। हमारे घरों में रोटी तो रोज ही बनती हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि रोटी कैसे बदल सकती है आपकी किस्मत। आइये हम बताते हैं आपको किस तरह करें रोटी के ये उपाय।


* जब आप रोटी बनाती हैं तो एक रोटी को पहले से अलग रख दें। इस रोटी को 4 बराबर हिस्सों में बांट लें। इसके बाद चारों टुकड़ों पर कुछ मीठा जैसे गुड़ या चीनी रख दें। इनमें पहला टुकड़ा गाय को खिलाते हुए पितृगणों अपनी समस्याओं के निवारण की प्रार्थना करें। दूसरा टुकड़ा कुत्ते को खिला दें। रोटी का तीसरा हिस्सा कौओं को खिला दें और रोटी के बचे हुए आखिरी हिस्से को भूत-प्रेतों के नाम से किसी चौराहे के एक-तरफ रखें। इस पूरी क्रिया से सृष्टि के सभी देवशक्तियों को भोग लगता है, जिससे वो खुश होकर आपकी इच्छाएं पूर्ण करने का आशीर्वाद देते हैं।

* यदि कुंडली में शनि या राहु-केतु का कोई दोष हो तो रोज रात को जो रोटी सबसे अंत में बनती है, उस पर तेल लगाएं और ये रोटी काले कुत्ते को खाने के लिए दें। यदि काला कुत्ता नहीं हो तो किसी अन्य कुत्ते को भी ये रोटी दी जा सकती है।

ये भी पढ़े - क्या आप सपने में खुद को देखते हैं संबंध बनाते हुए? जानिए क्या है इसका अर्थ!

आइये हम बताते हैं आपको किस तरह रोटी भी बदल सकती है आपकी किस्मत...

* घर में कोई छोटा बच्चा है और वह ठीक से खाना नहीं खा रहा तो एक रोटी पर थोड़ा सा गुड़ रखें और इस रोटी को बच्चे के ऊपर से 11 या 21 बार वार लें। इसके बाद ये रोटी किसी कुत्ते को खाने के लिए दे दें। इस उपाय से बच्चे के ऊपर से बुरी नजर का असर खत्म हो जाएगा और वह फिर से ठीक से खाना खाने लगेगा।

* हर रोज कम से कम किसी एक गरीब व्यक्ति को खाना अवश्य खिलाना चाहिए। ऐसा करने पर घर में अनाज की कमी नहीं होती है। सुख-समृद्धि बनी रहती है।

* हर अमावस्या पर चावल की खीर बनाएं और रोटी के छोटे-छोटे टुकड़े उस खीर में डाल दें। इसके बाद रोटी और खीर को कौओं के लिए घर की छत पर रख दें। इस उपाय से घर पर पितर देवताओं की विशेष कृपा बनी रहती है। पितर देवता की कृपा से ही सुख-समृद्धि मिलती है।

एक टिप्पणी भेजें