पुराने समय से ही भारत देश में संस्कारों के साथ साथ वेह्म और भ्रम भी चलते आ रहे हैं. ऐसे में ग्रहण वाले दिन भी बहुत से लोगों की अपनी अलग अलग धारणाएं हैं. आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि साल 2018 का पहला चंद्रग्रहण इसी महीने आने वाला है. ये ग्रहण इस बार पूर्णिमा वाले दिन यानि 31 जनवरी को लगने वाला है. पूर्णिमा के दिन ग्रहण होने के कारण इस ग्रहण को काफी दुर्लभ माना जा रहा है.
आपी जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि सूर्य और चंद्र ग्रहण के लगने का एक ख़ास समय तय होता है. इस समय के दौरान लोगों को कईं कामो को करने से वर्जित किया जाता है. पंचांग के अनुसार इस बार 31 जनवरी की सुबह 7 बजकर 2 मिनट और 21 सेकंड पर सूतक काल शुरू होने जा रहा है. इसके इलावा ये सूतक काल रात 8 बजकर 41 मिनट और 10 सेकेंड तक रहेगा. आपको हम दें कि पूर्ण चंद्र ग्रहण इस बार शाम 5 बजकर 58 से रात 8 बजकर 41 मिनटतक ज़ारी रहेगा. के आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि इस चंद्र ग्रहण पर आपके लिए क्या करना और क्या नहीं करना क होगा….
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आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि पिछले साल 7 अगस्त 2017 को आखिरी बार चंद्र ग्रहण लगा था. परंतु इस साल चंद्रग्रहण साल में दो बार लगेगा. 31 जनवरी के बाद अब आने वाली 27 जुलाई को दूसरा चंद्र ग्रहण लगने वाला है. शास्त्रों की मानें तो इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने से पुण्य मिलता है और पिछले पापों से छुटकारा मिलता है. इसके इलावा चंद्र ग्रहण वाले दिन किया गया दान भी आपके लिए लाभदायक सिद्ध हो सकता है और आपके आने वाले जीवन में खुशियां ला सकता है. चंद्र ग्रहण के दिन नीचे दिए गए मंत्रों का जाप करने से आप को विशेष लाभ की प्राप्ति होना तय है
तमोमय महाभीम सोमसूर्यविमर्दन।
हेमताराप्रदानेन मम शान्तिप्रदो भव॥१॥
ऊपर दिए गए श्लोक के शाब्दिक अर्थ हैं कि अंधकार महावीर यानी चंद्र और सूर्य का मर्दन करने वाले राहु सुवर्णतारा दान से मुझे शांति प्रदान करें.
विधुन्तुद नमस्तुभ्यं सिंहिकानन्दनाच्युत।
दानेनानेन नागस्य रक्ष मां वेधजाद्भयात्॥२॥
इस श्लोक के अनुसार पुत्र अच्युत है, विधूंतुद नाग के दान से ग्रहणजनित डर से मेरी रक्षा करो.
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ग्रहण वाले दिन ना करें ये काम
चंद्र ग्रहण के सूतक काल की शुरुआत होते ही भगवान की पूजा से परहेज करना चाहिए. इसके इलावा इस समय के शुरू होते ही मंदिर के सारे द्वार बंद रखने चाहिए और भगवान की मूर्तियों को छूने से रोक लगा देनी चाहिए.
खाने के समय शुद्धिकरण के लिए सभी व्यंजनों में तुलसी के पत्ते डाल देने चाहिए.
शास्त्रों के अनुसार सूतक काल के समय नाखून नहीं काटने चाहिए और ना ही कुछ खाना पीना चाहिए.
हालांकि गर्भवती महिलाओं और बच्चों को इस समय में इतने परहेज करने की जरूरत महसूस नहीं होती. परंतु पंचांग के अनुसार इस समय में राहु और केतु की दृष्टि वक्री होती है जिससे गर्भवती महिलाओं और बच्चों को नुकसान पहुंच सकता है. ऐसे में अपने घर से महिलाओं और बच्चों को बाहर ना जाने दे.
ग्रहण के समय गर्भवती स्त्रियों के बाहर निकलने से होने वाला बच्चा अपंग हो सकता है यहां उसे कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है इसके इलावा सूतक काल में सिलाई कढ़ाई करना भी मना है.
शास्त्रों के अनुसार सूतक काल के दौरान शरीर पर तेल लगाना मना है. इसके इलावा इस समय मल मूत्र विसर्जन ना करें , पानी का परहेज करें, दांत साफ ना करें और ना ही शारीरिक संबंध बनाए.
ग्रहण के समय ताजा खाना बनाकर खाना है सेहत के लिए सही सिद्ध होता है.
इन देशों में नजर आएगा चंद्रग्रहण
आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि चंद्र ग्रहण को अंग्रेजी में लूनर एक्लिप्स कहते हैं. इस साल पेरिस, दुबई, अबू धाबी, बर्लिन, एडिनबर्ग, लंदन लिवरपूल, ऑकलैंड, कैनबेरा, डबलिन, ग्लासगो, सिंगापुर, पोर्ट लुइस, सिडनी, मेलबर्न और कई अन्य देशों में चंद्रग्रहण दिखाई देगा. इसके इलावा यह चंद्रग्रहण इस बार भारत के किसी भी राज्य में नजर नहीं आएगा.