सूर्य ग्रहण… 15 फरवरी की रात भूल कर भी न खाएं ये चीजे, वरना भुगतना पड़ सकता है बुरा अंजाम


अगर हम हिन्दू शास्त्रों की बात करे तो हिन्दू शास्त्र के अनुसार ग्रहण अधूरा हो या पूरा, लेकिन ग्रहण को हर हालत में अशुभ ही माना जाता है. जी हां ग्रहण को खास तौर पर गर्भवती महिलाओ के लिए शुभ नहीं माना जाता. वही पुरानी मान्यताओं के अनुसार किसी भी चंद्र ग्रहण का असर करीब एक सौ आठ दिनों तक तो जरूर रहता है. जिसके चलते गर्भवती महिला के अजन्मे शिशु को नुक्सान पहुँच सकता है. गौरतलब है कि चंद्र ग्रहण के समय चन्द्रमा का जो चक्र अठाईस दिनों में पूरा होता है, वो ग्रहण के समय मात्र कुछ ही घंटो में घटित हो जाता है. आपकी जानकारी के लिए बता दे कि चंद्र ग्रहण लगने से पृथ्वी पर कुछ ऐसी घटनाएं होती है, जिससे प्राकृतिक स्थिति से कोई भी चीज जल्दी खराब होने लगती है.


यही वजह है कि ग्रहण लगने के बाद कच्ची सब्जियां और फल तो सुरक्षित रहते है, लेकिन पका हुआ पौष्टिक भोजन खराब जरूर हो जाता है. यानि वो भोजन जहर के समान होता है. इसके इलावा ग्रहण के समय भोजन करने से आपके शरीर की जागरूकता भी धीरे धीरे नष्ट होने लगती है. जिसके चलते व्यक्ति में आलस भर जाता है. यहाँ तक कि अगर इसका प्रभाव ज्यादा तेज यानि शक्तिशाली हो तो इससे व्यक्ति की मौत भी हो सकती है. गौरतलब है कि ग्रहण के समय पका हुआ भोजन बाकी दिनों के मुकाबले जल्दी सड़ने लगता है. इसके इलावा ग्रहण के दौरान भोजन करने से शरीर की ऊर्जा काफी कम हो जाती है. इसलिए कुछ लोगो का मानना है कि ग्रहण के समय व्यक्ति कच्चे फल और सब्जियां जरूर खा सकता है.

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जी हां ऐसा कहा जाता है कि कच्चे फ्लो का सेवन करने से पेट में मौजूद रस और तत्व उस पर हमला करके उसे मार देते है. इसके साथ ही ग्रहण के प्रभाव को कम करने के लिए घर में पके हुए खाने में आप तुलसी का पत्ता भी डाल सकते है. इसके इलावा मुँह में भी तुलसी का पत्ता जरूर रखना चाहिए. बता दे कि चंद्र ग्रहण का समय आमतौर पर सूर्य ग्रहण से ज्यादा होता है. वैसे आपकी जानकारी के लिए बता दे कि पंद्रह फ़रवरी को भी सूर्य ग्रहण लगने वाला है. ऐसे में आपको इन सब बातों का ध्यान रखना चाहिए और अपना ख्याल रखना चाहिए.

हालांकि सूर्य ग्रहण चंद्र ग्रहण के मुकाबले ज्यादा खतरनाक नहीं होता और ज्यादा प्रभावकारी नहीं होता, लेकिन फिर भी इसका थोड़ा सा प्रभाव तो व्यक्ति के जीवन पर जरूर पड़ता है. इसलिए इस दिन आपको थोड़ी सी सावधानी बरतने की जरूरत है. वो इसलिए क्यूकि अगर आपने सावधानी न बरती तो ये ग्रहण आपके और आपके परिवार के लिए घातक सिद्ध हो सकता है. ऐसे में हम तो यही कहेगे कि किसी भी ग्रहण को छोटा नहीं समझना चाहिए, क्यूकि हमने पहले ही कहा था कि ग्रहण अधूरा हो या पूरा, लेकिन ये खतरनाक जरूर होता है.

यानि अगर हम सीधे शब्दों में कहे तो पंद्रह फ़रवरी को ग्रहण के समय भोजन खाने से परहेज करे और अगर जरुरी हो तो कच्चे फलो का ही सेवन करे.

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