इस एक आसान उपाय से किसी की भी नही होगी हार्ट अटैक से मौत……..


आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में इंसान अपने स्वास्थ्य का ठीक से ख्याल नहीं रख पाता है. आज के समय में हर किसी को पैसे की जरुरत होती है जिसके लिए सुबह उठते ही अपने काम की तरह चल देता है. ऐसे में व्यक्ति अपनी सेहत का ठीक से ध्यान नहीं रख पाता है और उसे कई तरह की जानलेवा बीमारियाँ हो जाती हैं. बता दें आजकल देखा जा रहा है कि हार्ट से जुड़ी समस्या के मरीजों की संख्या हर दिन बढ़ती नजर आ रही है. आज हम आपको हार्ट से जुड़ी कुछ ऐसी जानकारी देने जा रहे हैं जिसे जानने के बाद आप भी अपनी सेहत का ख्याल रखेंगे और ऐसी बीमारी से बचेंगे.


ह्रदय की मांसपेशियो में ब्लड न जाने के कारण आक्सीजन की कमी हो जाती हैं और यदि खून के प्रवाह को शीघ्र स्वस्थ नही किया गया तो दिल की मांसपेशियो की गति रुक जाती है जिससे हार्ट अटैक आने की उम्मीदें ज्यादा बढ़ जाती हैं. आपको बता दें कि हार्ट अटैक के कारण ज्यादातर मौते ह्रदय तक खून का संचार करने वाली एक से ज्यादा धमनियों में वसा के थक्के बनने से और फिर उसके फटने से होती है.

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आमूमन देखा गया है कि ह्रदय रोग के लक्षण कुछ ऐसे होते हैं जिसका पता लगा पाना कोई आसान बात नहीं है. ऐसे में जब किसी को दिल का दौरा पड़ता हैं तो उसको साइलेंट हार्ट अटैक कहा जाता हैं. जी हाँ आपको बता दें कि लगभग इस मामले में अब तक देखा गया है कि  25 प्रतिशत मरने वालो की संख्या इसी साइलेंट हार्टअटैक की वजह से हुई है. साइलेंट हार्ट अटैक के लक्षणों को पहचान पाना बहुत ज़रूरी है. ऐसे में अगर आपको कोई लक्षण दिखने लगे तो आपसे विनती है कि फौरन चिकित्सक की साहयता लें.

देखा गया है कि इस बिमारी का कारण हमारी अव्यवस्थित जीवन शैली ही है. जैसे कि बे टाइम खान पान करना. हमारे देश में हार्ट अटैक के पीछे का सबसे  बड़ा कारण है कोलेस्ट्रोल का बढ़ना. हमारे आस-पास कई ऐसे लोग हैं जिनका वजन और कोलेस्ट्रोल दोनों ही बढ़ता चला जाता है. आज हम आपको कुछ जानकारी दे रहे हैं जो आपके बहुत काम आ सकती है. यदि आपके पेट में कई दिनों से जलन हो रही या दिल में रुक-रुक कर हल्का दर्द हैं तो समझिये पेट में अम्ल की मात्र बढ़ गयी हैं जिससे हार्ट अटैक का खतरा मंडराने लगता हैं.  हार्ट अटैक का सबसे बड़ा कारण पेट में बनने वाली एसिडिटी हैं. एसिडिटी दो प्रकार की होती हैं एक पेट में बनने वाली एसिडीटी और एक खून में बनने वाली एसिडिटी. बता दे, जब किसी के पेट में एसिडिटी ज्यादा बनने लगती हैं तो यह किसी ह्रदय के रोगों का कारण बन सकती हैं.

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