जानिए भगवान के मंदिर में कितने दीपक लगाना होता हैं शुभ


भारत में मौजूद प्रत्येक हिन्दू के घर आपको भगवान का एक मंदिर अवश्य मिल जाएगा. घर में भगवान का मंदिर रखना कई सालों पुरानी परंपरा हैं. हमारे शास्त्रों में भी लिखा गया हैं जिस घर में भगवान का मंदिर नहीं होता है वो घर एक घर नहीं बल्कि खंडहर होता हैं. जब आप घर में भगवान का मंदिर रखते हैं तो जाहिर सी बात हैं उसमे विराजमान भगवान की पूजा अर्चना करना आपका कर्त्तव्य बन जाता हैं.

कई लोगो की शिकायत होती हैं कि वो रोजाना घर में पूजा पाठ तो करते हैं लेकिन भगवान ना तो उनकी सुनता हैं और ना ही कोई फल देता हैं. हम आपको बता दे कि भगवान को प्रसन्न करने के लिए सटीक तरीके से पूजा पाठ करना बहुत जरूरी होता हैं.

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जब भी पूजा की जाती हैं तो उसमे भगवान के सामने दीपक प्रज्वलित करने का अपना एक अलग महत्व होता हैं. पूजा के समय कई लोग दीपक को प्रज्वलित कर देते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि भगवान के सामने आपको रोजाना कितने दीपक लगाने चाहिए? यदि आप सही संख्या में दीपक नहीं लगाते हो तो आपके घर ना तो बरकत होती हैं और ना ही बाधाएं दूर होती हैं. आज हम आपको भगवान के सामने दीपक लगाने की सही संख्या और तरीका बताएंगे.

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भगवान के सामने दो दीपक प्रज्वलित करना होता हैं शुभ

दोस्तों यदि आप चाहते हैं कि आपके घर हमेशा बरकत बनी रहे, आपके घर परिवार की उन्नति हो और जीवन की सारी बाधाएं दूर हो तो आपको घर में बने भगवान के मंदिर में रोजाना दो दीपक लगाने होंगे. यह दोनों दीपक घी से प्रज्वलित होना चाहिए. इन्हें आपको दिन में दो बार सुबह और शाम को लगाना होगा.

पहला दीपक लाता हैं घर में धन

यदि आप धन की कमी के कारण परेशान हैं और चाहते हैं कि आपके घर लक्ष्मी माँ धन की वर्षा करे तो आपको रोजाना दो दीपक लगाना चाहिए. इन दो दीपक में से पहला दीपक लक्ष्मी माता के लिए होता हैं.

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दूसरा दीपक करता हैं सारी बाधाएं दूर

मंदिर में जलाया गया दूसरा दिया संकट हरण हनुमान जी के लिए होता हैं. इसे सुबह शाम जलाने से घर परिवार की सारी समस्याएं दूर होती हैं. साथ ही नए कार्यों को करने से उसमे कोई भी बाधा उत्पन्न नहीं होती हैं.

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