जिस जगह हों वास्तु के ये दोष, वहां हमेशा बनी रहती है धन की कमी


वास्‍तु के अनुसार आपके घर में रखी वस्‍तुएं, या उनकी दिशा आपकी किस्‍मत पर सीधा असर डालती हैं । ऐसे में उनका गलत स्‍थान घर में वास्‍तु दोष का कारण बनता है ।

वास्तु शास्त्र एक ऐसी विधा है जिसमें वस्‍तुओं के आकार, प्रकार और वो किस दिशा में रखी हैं इसके अनुसार उनसे जुड़े लोगों के बारे में पता चल जाता है । व्‍यक्ति को धन की हानि हो रही है या फिर स्‍वास्‍थ्‍य में गिरावट, इन सबका कारण भी आपके घर का वास्‍तुदोष हो सकता है । कई घरों में हर वक्‍त परेशानियों का डेरा रहता है, समझ नहीं आता गड़बड़ी कहां है । अगर आप भी इस कन्‍फ्यूजन में हैं तो जानें उन दोषों के बारे में जो इन सब परेशानियों की वजह हो सकता है ।

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कैसे जानें आपके घर में वास्तु दोष है
इसे ऐसे समझ सकते हैं, हम जिस जगह या स्थान पर रहते हैं उसे वास्तु कहा जाता है । जहां हम रहते हैं उसे बनाने में या वहां रखे सामानों में कौन से दोष हैं जिनकी वजह से उस घर में रहने वाले लोग दुख तकलीफ उठा रहे हैं, ये खुद से जानना मुश्किल है । पृथ्‍वी पर कई तरह की ऊर्जाएं मौजूद हैं, इसमें से हमारे घर में कौन सी ऊर्जा का वास है ये कह पाना भी संभव नहीं । ऐसे में वास्‍तु शास्‍त्र काम आता है । जिसके अनुसार आपको मिल रहे संकेतों से आप दोष का पता लगा सकते हैं ।

साउथ वेस्‍ट में बने कमरे दूसरे कमरों से बड़े हों
वास्‍तु शास्‍त्र के अनुसार घरों को बनवाने से पहले ही ये सब जानना जरूरी होता है, अन्‍यथा बाद में वास्‍तुदोष पता चलने पर मुश्किल हो सकती है । जिन घरों में दक्षिण पश्चिम दिशा में बने कमरे घर के बाकी हिस्‍से में बने कमरों से अधिक बड़े होते हैं वहां रहने वाले लोग आर्थिक समस्‍या से जूझते हैं । साथ ही कानूनी मसले भी लगे रहते हैं और सेहत में भी गिरावट रहती है ।

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घर के मुखिया का कमरा इस दिशा में होना चाहिए
घर के मुखिया यानी हेड ऑफ दि फैमिली का कमरा दक्षिण-पूर्व दिशा में नहीं होना चाहिए । परिवार के मुखिया अगर इस दिशा में बने कमरे में सोते हैं तो वास्‍तु अनुसार घर पर अनावश्‍यक रूप से परेशानियों का आना बना रहता है । घर में हमेशा तनाव और लड़ाई झगड़े का माहौल भी बना रहता है । साउथ-ईस्‍ट डायरेक्‍शन में सोने से बचें ।

नॉर्थ-ईस्‍ट में नहीं होनी चाहिए रसोई
वास्‍तु शास्‍त्र के अनुसार जिन घरों में किचन उत्‍तर-पूर्व दिशा में होती है उन घरों का बजट हर महीने डांवाडोल रहता है । घर में रसोई घर बनाते हुए हमेशा ध्‍यान रखें कि ये वेस्‍ट या फिर साउथ ईस्‍ट डायरेक्‍शन में होनी चाहिए । रसोई घर कभी भी बाथरूम के बगल में नहीं बना होना चाहिए । ऐसा करना पूरे घर के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है ।

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दक्षिण दिशा में नहीं होना चाहिए कोई दरवाजा
घर बनाते हुए ध्‍यान रखें, साउथ डायरेक्‍शन में कोई दरवाजा ना बनाएं । वास्‍तु शास्‍त्र के अनुसार दक्षिण दिशा में दरवाजे के साथ घर की कोई तिजोरी भी नहीं बनी होनी चाहिए । ऐसा होने से परिवार को धन की क्षति के साथ आयु की हानि भी होती है । साउथ फेसिंग तिजोरी भी घर में ना बनाएं, ये भी घर में धन अभाव का कारण बनती है ।

उत्‍तर-पश्चिम दिशा बंद नहीं होनी चाहिए
अगर आपके घर में अकसर मतभेद के हालात रहते हैं, परिवार के सदस्‍यों में कलह बनी रहती है तो ध्‍यान दें कहीं आपके घर की नॉर्थ-वेस्‍ट वॉल पूरी तरह से कवर्ड या बंद तो नहीं है । अगर हां तो ये वास्‍तु दोष है । ऐसे घरों में धन का आगमन रुक-रुक कर होता है साथ ही परिवार में मनमुटाव का भाव भी रहता है ।

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उत्‍तर-पूर्व दिशा में गंदगी नहीं होनी चाहिए
नॉर्थ-ईस्‍ट डायरेक्‍शन को वास्‍तु में ईश्‍वर का स्‍थान यानी दैवीय स्‍थान माना गया है । ये दिशा धन आगमन की दिशा है, इसका विशेष महत्‍व है । इस दिशा में कोई भारी सामान नहीं रखा होना चाहिए । इस दिशा में कोई गंदगी, पुराना सामान, कूड़ा कबाड़, कचरे का डिब्‍बा या फिर झाड़ू नहीं रखा होना चाहिए ।

इस दिशा में रखें भारी और हल्‍का फर्नीचर
घर में हल्‍के फर्नीचर जैसे कुर्सी, मेज वगैरह रखने के लिए नॉर्थ और ईस्‍ट, तथा भारी सामान जैसे सोफा, बेड जैसी चीजें रखने के लिए साउथ और वेस्‍ट की दिशा अनुकूल मानी गई है । इस अनुसार सामान ना रखने से आपको बड़े वास्‍तु दोष का सामना करना पड़ सकता है, आपको आर्थिक नुकसान हो सकता है । पैसों का बड़ा मामला अटक सकता है ।

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