मेथीदाना आपकी जिंदगी बदल सकता है, स्वस्थ और जवान रहने के लिए ऐसे करें सेवन


हर कोई चाहता है कि वो हमेशा स्वस्थ और जवां रहे और इसके लिए लोग उचित खान-पान से लेकर जरूरी दवाओं का सेवन भी करते हैं, लेकिन फिर भी शरीर में कोई ना कोई समस्या बनी ही रहती है। पर ऐसा नही है कि स्वस्थ रहना वास्तव में इतना दुश्कर है । असल में लोग अगर आयुर्वेद का सहारा लें तो ना सिर्फ वो स्वस्थ रह सकते हैं बल्कि जवां भी दिख सकते हैं और आज हम आपके लिए आयुर्वेद का ऐसा ही एक नुस्खा लेकर आए हैं जिसके प्रयोग से आप बुढ़ापे तक स्वस्थ और हट्टे-कट्टे रह सकते हैं, और साथ ही आपको कभी भी डायबिटीज, हाई ब्लडप्रेशर, हृदय रोग और जॉइंट पैन जैसी बीमारिया सताएंगी ।


दरअसल हमारे किचन में ही कई सारे ऐसे खाद्य पदार्थ मौजूद रहते हैं जिनका सही से सेवन किया जाए तो हम आजीवन स्वस्थ रह सकते हैं .. ऐसा ही एक बेहद स्वास्थ्य वर्धक खाद्य पदार्थ है मेथी दाना.. जी हां, मेथी दाना अपने औषधीय गुणो के कारण आयुर्वेद में बहुत प्रचलित है। दरअसल मेथी में कई प्रकार के फायदेमंद फीटोन्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं.. ये फीटो न्यूट्रिएंट्स, पेड़ पौधों में पाए जाने वाले वे तत्व हैं जो पौधों को तो बीमारी  और फंगस से बचाते ही हैं , साथ ही हमारे स्वाथ्य के लिए भी बहुत लाभदायक होते हैं। वहीं मेथी में मौजूद फायबर तथा सेपोनिन इसे आश्चर्यजनक औषधि बनाते है। इसके अलावा मेथी में म्यूसिलेज नाम का एक चिपचिपा तत्व भी होता है जो कि मेथी को पानी में भिगोने पर जैल में परिवर्तित हो जाता है। यही जैल शरीर के तंतुओं की मरम्मत कर उन्हें मजबूत बनाने का काम करता है । ऐसे में अगर नियमित रूप से मेथी दानो का सेवन किया जाए तो शरीर पूरी तरह से निरोगी रह सकता है। चलिए जानते हैं मेथी दानो क सेवन की सही विधि.

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वैसे तो अलग-अलग बिमारियों के उपचार के लिए मैथीदाना का उपयोग अलग-अलग तरीके से किया जाता है जैसे कि आप मैथीदाना को भिगोकर उसका पानी पी सकते हैं या फिर उसे भिंगोकर करके चबा सकते हैं । वहीं मेथी दाने का उपयोग सब्जी बनाकर खाना या कढी में डालकर भी कर सकते हैं।जबकि कुछ लोग मैथीदाने के लड्डू बनाकर भी खाते हैं लेकिन मैथी के सेवन का सबसे अच्छा तरीका है उसे भिगोकर सुबह के समय खाली पेट चबा-चबाकर का खाया जाए।

इसलिए व्यक्ति की जितने साल जिसकी आयु हो उसे उतने ही मेथी के दाने लेकर धीरे-धीरे खूब चबा-चबाकर हर रोज सुबह के समय खाली पेट पानी की सहायता से सेवन करने चाहिए, अगर चबाने में दिक्कत हो रही हो तो फिर इसे पानी की सहायता से निगल भी सकते हैं। ऐसा प्रतिदिन नियमित रूप से करने से व्यक्ति हमेशा निरोग और चुस्त बना रहता है। उसे मधुमेह, जोड़ों के दर्द, उच्च रक्तचाप और अपचन जैसी समस्याएं नही होती हैं । साथ ही बुढ़ापे की समस्याएं जैसे सायटिका, घुटने और जोड़ों का दर्द, हाथ-पैरों का सुन्न पड़ जाना, मांसपेशियों में खिचाव, बार-बार मूत्र आना, आदी से भी निजात मिलता है और शरीर में ओज, कान्ति और स्फूर्ति आती है।

साथ ही मेथीदाने का सेवन महिलाओ के लिए विशेष लाभदायी होता है .. मेथीदानों के नियमित उपयोग से स्तन कैंसर की रोकथाम की जा सकती है .. साथ ही ये मोनोपॉज की समस्याएं , मासिक धर्म की अनियमितता, अत्यधिक रक्तस्त्राव से निजात दिलाता है। इसके अलावा इसके सेवन से गर्भाशय का ढ़ीलापन भी दूर किया जा सकता है। साथ ही प्रसव के बाद मेथी के लड्डू खाने से कमजोरी दूर होती है।

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