आटे के सैट हो जाने के बाद इसे दुबारा से थोडा सा मसल लीजिए. अब इस आटे में से एक चपाती जितनी बडी़ लोई तोड़कर तैयार कर लीजिए, इतने आटे से लगभग छह लोई बनकर तैयार हो जाएंगी. एक लोई लेकर अच्छी तरह से मसल-मसल कर अच्छे से गोल कर लीजिए अब बेलन और चकले पर थोडा़ सा तेल लगा लीजिए जिससे इस पर बेलते समय लोई चिपके नहीं, बेलन से लोई को चपाती की तरह बेल लीजिये. बेलने के बाद इस चपाती को पित्जा कटर की मदद से ½ या ¼ इंच पट्टियों के रूप में काट लेंगे और तीरछा आकार देते हुए भी काट लीजिए. इसी प्रकार दूसरी लोई को भी अच्छी तरह से मसल कर गोल करते हुए बेल लीजिए और पतला-पतला काट लीजिए.
कढा़ई में तेल गर्म करने के लिए रख दीजिए. तेल के मध्यम गरम होने पर इसमें एक नमक पारा डाल कर देख लीजिए की वह सिक रहा है या नहीं अगर यह सिक कर ऊपर की ओर आ जाए तो तेल तलने के लिए तैयार है.
अब इस हल्के गरम तेल में नमक पारे डाल दीजिए. जितने नमक पारे एक बार में कढा़ई में आ जाएं उतने डाल दीजिए. नमक पारों को अच्छी तरह से पलट-पलट कर अच्छे से गोल्डन ब्राउन और क्रिस्पी होने तक तल लीजिए. आंच को मीडियम और धीमा बनाए रखें.