हिन्दु धर्म में कार्तिक का महीना बहुत ही पवित्र माना गया है। शास्त्रों में इसे पुण्य मास कहा जाता है। इ्स दिन स्नान और दान का बहुत महत्व है। इस दिन लोग सुबह सवेरे उठकर गंगा स्नान करते हैं। यही नहीं इस दान का भी बहुत महत्व है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन गंगा में स्नान करने से जन्म-जन्म के पापों से मुक्ति मिलती है। वहीं इस माह में पूर्णिमा का भी काफी महत्व है वैसे तो हर माह में पूर्णिमा आता है लेकिन शास्त्रों में कार्तिक पूर्णिमा का कुछ ज्यादा ही महत्व है। शरद पूर्णिमा से शुरू होकर ये माह कार्तिक पूर्णिमा तक रहता है और इसी पूरे माह में भक्त सूर्योदय से पहले स्नान करते हैं।
ये भी पढ़िए - कार्तिक मास में करें ये कार्य और हमेशा के लिए पाएं सुख-सम्पति का लाभ
कार्तिक पूर्णिमा को लोग किसी पवित्र नदी में स्नान करते हैं। माना जाता है कि इस दिन भगवान विष्णु ने पहला अवतार लिया था। कहा जाता है कि इस दिन पूजा करके आप अपने कुंडली के सारे दोष खत्म कर सकते हैं। इस बार कार्तिक पूर्णिमा 4 नवंबर शनिवार को आ रही है। कहा जाता है कि भगवान विष्णु, तुलसी के हृदय में शालिग्राम के रूप में निवास करते हैं। इसलिए इस दिन तुलसी की पूजा करने का विधान है। इस शुभ योग में शनि से संबंधित उपाय भी किए जा सकते हैं।
पूर्णिमा की सुबह जल्दी उठें और स्नान आदि करके सूर्य को जल चढ़ाएं, जल चढाने से पहले जल के लोटे में लाल फूल और चावल अवश्य डालें इसके साथ ही सूर्य मंत्र ‘ऊं सूर्याय नम:’ का जाप भी करें। इसके अलावा शनिवार को काला तिल, तेल, काला कंबल का दान किसी जरूरत मंद व्यक्ति को अवश्य करें।
इसके साथ ही पूर्णिमा की शाम तुलसी के पास दीपक जलाएं और परिक्रमा करें और हो सके तो इस दिन घर में विष्णु लक्ष्मी की पूजा करें व खीर और हल्वे का भोग लगाएं।
इन उपायों को करने से आपके जीवन में जितनी भी समस्याएं है सब दूर हो जाएंगी और साथ ही आपकी सारी धन संबंधी समस्याएं भी खत्म हो जाएंगी।